राम - रामायण तथा रामचरितमानस से संबंधित चल रहे राजनैतिक विवाद के संदर्भ में पूज्य गुरु श्री देवकीनंदन जी महाराज के नेतृत्व में हिंदू धर्म ग्रंथ श्री रामचरितमानस के समर्थन में हजारों की संख्या में सभी वर्ग के हिंदू धर्मावलंबियों के साथ एक सनातन यात्रा निकाली गई, जिसके माध्यम से रामचरितमानस को लेकर चल रहे विवाद को प्रदेश की राजधानी में विराम देने की कोशिश की गई। सनातन यात्रा में पूज्य गुरु श्री देवकीनंदन जी महाराज ने रामायण तथा गीता को हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ बताते हुए, सनातनी समाज की एकजुटता तथा आपसी संवाद का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सभी को जोड़ता है, इसे तोड़ने की कोशिश न की जाए। तृतीय दिवस की भागवत कथा के विराम के साथ ही कथा स्थल रामलीला दुशहरा मैदान से शुरू हुई पैदल यात्रा में हिंदू संत - महंतो के साथ बड़ी संख्या में सभी वर्ग के लोग शामिल हुए। यात्रा में भारत माता और जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग व युवाओं का जोरदार समर्थन देखने को मिला, जिसमे सभी लोग अपने अपने विचारों की तख्ती लिए नजर आए। इस यात्रा में लखनऊ, उन्नाव, कानपुर आदि आसपास के सभी जिलों के लोग शामिल थे।
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