गया पुलिस ने इस वर्ष दुर्गा पूजा के अवसर पर न केवल सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है, बल्कि साइबर अपराधों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की एक महत्वपूर्ण पहल भी की है। वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय, गया के निर्देशानुसार, यह अभियान विशेष रूप से इस बात पर केंद्रित है कि कैसे आम लोग साइबर अपराधों से बच सकते हैं और उन्हें अपने दैनिक जीवन में तकनीकी सुरक्षा के महत्वपूर्ण उपायों को अपनाना चाहिए।
साइबर सुरक्षा पर जागरूकता अभियान
दिनांक 9 अक्टूबर 2024 को, पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष, साइबर थाना के नेतृत्व में एक व्यापक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। शहरी क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में पुलिसकर्मियों ने उपस्थित लोगों को साइबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य साइबर धोखाधड़ी और अपराधों से जुड़ी जानकारी को आम जन तक पहुंचाना था ताकि वे किसी भी संभावित खतरे से सतर्क रह सकें।
साइबर धोखाधड़ी से बचाव के उपाय
इस अभियान के दौरान, पंडाल देखने आए लोगों को बताया गया कि यदि वे किसी भी प्रकार के साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो उन्हें तुरंत क्या कदम उठाने चाहिए। साइबर अपराध की शिकायत के लिए 1930 पर कॉल करने या https://cybercrime.gov.in वेब पोर्टल पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। यह जानकारी लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि साइबर अपराध के मामले में त्वरित कार्रवाई से धोखाधड़ी को रोका जा सकता है।
जागरूकता अभियान का महत्व
यह पहल विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आजकल डिजिटल जीवन का हिस्सा बन चुके लोगों को अक्सर साइबर अपराधों के खतरों का अंदाजा नहीं होता। चाहे वह ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी हो, व्यक्तिगत डेटा चोरी हो, या सोशल मीडिया के जरिए होने वाली ठगी हो—साइबर अपराध के रूप लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस अभियान ने लोगों को न केवल इन खतरों से आगाह किया बल्कि उन्हें यह भी बताया कि साइबर सुरक्षा के आधारभूत सिद्धांतों को कैसे अपनाया जा सकता है।
पुलिस की सक्रियता
साइबर थाना के पुलिस अधिकारियों और कर्मियों ने इस अभियान के तहत न केवल जागरूकता फैलाई बल्कि लोगों से संवाद कर उनकी शंकाओं का भी समाधान किया। गया पुलिस द्वारा उठाया गया यह कदम यह दिखाता है कि वे सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी तत्पर हैं।
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