गया जिले में एक हत्या कांड के मामले में पुलिस की सख्ती और दबिश के कारण चार अपराधियों ने माननीय न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। साथ ही, पुलिस ने मामले में शामिल एक अन्य फरार आरोपी के घर की कुर्की की। यह कार्रवाई गया के वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित विशेष टीम द्वारा की गई।
पिछले माह मानपुर स्थित एक पेट्रोल पंप पर गोली मारकर की गई हत्या के बाद यह मामला सामने आया था। सूचना मिलने पर मुफस्सिल थाना पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर इसे संरक्षित किया था और जांच शुरू की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, वजीरगंज के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें पुलिसकर्मी और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल थे।
पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान और सतत छापेमारी के जरिये अभियुक्तों पर दबाव बनाया। इसी दबाव के चलते प्रमुख आरोपी जितेंद्र उर्फ इटवा, विशाल उर्फ काला, छोटू उर्फ बौना और विकास कुमार ने अदालत में आत्मसमर्पण किया। वहीं, फरार अभियुक्त संजय मांझी के घर की पुलिस ने विधिवत कुर्की की।
गौरतलब है कि इस मामले में पहले भी एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि पुलिस दबिश के कारण अन्य दो अभियुक्तों ने पहले ही न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। हत्या कांड में शामिल अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें गंभीर मामलों में उनकी संलिप्तता पाई गई है।
गया पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों पर नकेल कसने और न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है। मामले से जुड़े अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है।
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