गया, बिहार। अपराध पर रोकथाम एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु गया पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत गया पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिनांक 28 फरवरी 2023 एवं 1 मार्च 2023 की रात्रि में गया के टॉप टेन की सूची में शामिल कुख्यात अपराधी राजू यादव के द्वारा उसके गिरोह के सदस्यों संग किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने के इरादे से मुफस्सिल थाना क्षेत्र में आए होने की गुप्त सूचना प्राप्त हुई । गुप्त सूचना के आधार पर वरीय पुलिस अधीक्षक गया के निर्देशानुसार मुफस्सिल थाने की पुलिस एवं तकनीकी शाखा से संबंधित पुलिसकर्मियों के नेतृत्व में मानपुर रेलवे ओवरब्रिज के समीप सफेद स्कॉर्पियो में सवार अपराधी राजू यादव, पिता शंकर यादव सहित उसके गिरोह के अन्य चार सदस्य विशाल उर्फ काला पिता पप्पू मेहता, विकास कुमार पिता उपेंद्र मेहता, दीपक उर्फ झोटा पिता राजकुमार गुप्ता, रोहित कुमार उर्फ टीम्सी पिता कृष्णदेव पांडे को पुलिस बल के द्वारा घेरा बंदी कर गिरफ्तार किया गया। इन पांच अभियुक्तों की गिरफ्तारी के पश्चात इनकी निशानदेही पर इनके गिरोह के एक अन्य सदस्य गौरव कुमार उर्फ उर्फ दीपक पिता राजेंद्र पंडित के घर पर छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि गिरफ्तार किए है इन 6 अपराधियों के पास से 4 देसी कट्टा, 10 जिंदा कारतूस, 6 मोबाइल, 100 ग्राम ब्राउन शुगर तथा 1.7 किलो गांजा भी बरामद किया गया। जानकारी हो कि राजू यादव गया शहर का एक कुख्यात अपराधी है और ईसके ऊपर हत्या, रंगदारी वसूली, आर्म्स एक्ट जैसे संगीन कुल 18 मामले पूर्व से भी दर्ज है, तथा इसके गिरोह के अन्य सदस्यों के ऊपर भी पूर्व से संगीन अपराधिक मामले दर्ज हैं। राजू यादव को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने ही अपने साथियों संग मिलकर कोतवाली थाना क्षेत्र में दहशत फैलाने हेतु फैजान नाम के एक शख्स की हत्या की थी जिससे संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था। उसने यह भी बताया कि उसके द्वारा ही नन्हू मियां की हत्या कर उसे रस्सियों से बांध कर वजीरगंज थाना क्षेत्र के भींडस मोड़ के पास गौरक्षणी में फेंक दिया था। बता दें कि राजू यादव के द्वारा कानून से बचने हेतु अलग अलग विद्यालयों से फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर न्यायालय के सामने खुद को नाबालिग घोषित करता था, ताकि वह जल्दी रिहा हो जाए और अन्य अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे सके। कुख्यात अपराधी राजू यादव इतना शातिर अपराधी है की इसने मई 2022 में अपनी फुफेरी बहन की शादी का झूठा आवेदन देकर पर्यवेक्षण गृह से बाहर आया था । जिसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था और अपराध को अंजाम दे रहा था। इसके बाद से पुलिस के द्वारा लगातार इसकी गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही थी।
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