गया, बिहार। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर्स की जिंदगी राम भरोसे। कभी भी हो सकता कोई बड़ा हादसा। मगध प्रमंडल के एकमात्र एवं सबसे बड़े अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जूनियर डॉक्टर्स की जिंदगी राम भरोसे है, मीडिया से मुखातिब होकर एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर्स ने कहा कि उनके छात्रावास से लेकर सड़क तक उन लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी पढ़ाई और रोगियों की जिंदगी के लिए लड़ाई लड़ना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनका छात्रावास रहने के काबिल नहीं है वे लोग टूटे-फूटे कमरों में रहने को विवश हैं, जूनियर डॉक्टर के माने तो आए दिन कभी छत टूट कर गिरता है तो कभी सांप बिच्छू जैसे जहरीले कीड़े मकोड़े छात्रावास में पाए जाते हैं जिससे उन्हें जान का खतरा बना रहता है। इसके अतिरिक्त वहां रहने वाली छात्राओं ने कहा कि सड़कों की हालत गंभीर है आए दिन कोई न कोई दुर्घटना होते रहती है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी ना तो छात्रावास उनके लिए सुरक्षित है नाही शाम 6:00 बजे के पश्चात सड़क उनके लिए सुरक्षित है, छात्रावास में रहने वाली छात्राओं की माने तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम कुछ ऐसा है कि शाम 6:00 बजे के पश्चात वे लोग छात्रावास से बाहर नहीं निकल सकती हैं, सड़क पर छाया अंधेरा, छात्रावास की जर्जर हालत और एक भी गार्ड की नियुक्ति ना होना उनकी सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर खिलवाड़ है।
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