गया, 12 दिसंबर: गया जिले में श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत बहरापन और सुनने में असमर्थ बच्चों के इलाज की प्रक्रिया जारी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रभावती अस्पताल के डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर में 14 दिसंबर को सुबह 10 बजे से हेल्थ कैंप का आयोजन किया जाएगा। इस कैंप में बहरापन से पीड़ित बच्चों की कानों की जांच की जाएगी।
जांच के दौरान, बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और माता-पिता का आय प्रमाण पत्र लाना आवश्यक होगा। श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत बच्चों की प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें पटना के एम्स में भेजा जाता है, और आवश्यकता पड़ने पर कानपुर में कॉकलियर इंप्लांट के लिए भेजा जाता है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम इस परियोजना की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। नीलेश कुमार, डीपीएम स्वास्थ्य, ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के श्रवण क्षमता में सुधार हो रहा है, जिससे माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए गया जिले को मॉडल जिला मानते हुए नौ अन्य जिलों में इसे लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत पटना, नालंदा, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया, वैशाली आदि जिलों में भी इस प्रोजेक्ट का संचालन होगा।
इलाज और जांच के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9852761844 पर संपर्क किया जा सकता है।
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