गया: विष्णुपद थाना क्षेत्र में 03 दिसंबर को एक नाबालिग के अपहरण का मामला प्रकाश में आया। पिता ने पुलिस को आवेदन दिया कि उनके बेटे का माड़णपुर पेट्रोल पंप से अपहरण कर फिरौती के तौर पर 1.5 लाख रुपये मांगे जा रहे हैं। धमकी दी गई थी कि पैसा न देने पर जान से मार दिया जाएगा।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कांड संख्या-350/24 के तहत मामला दर्ज किया और वरीय अधिकारियों के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर 36 घंटे के भीतर अपहृत बालक को सिविल लाइंस क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया गया।
ऑनलाइन गेम्स की लत का खुलासा
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। अपहृत बालक ने बताया कि वह पंतनगर में किराए के मकान में पढ़ाई करता है और PUBG व Free Fire जैसे ऑनलाइन गेम्स का आदी है। गेम में कर्ज चुकाने की स्थिति से परेशान होकर उसने अपने दोस्त के साथ खुद के अपहरण की योजना बनाई। फिरौती के लिए पिता से 1.5 लाख रुपये मांगे गए, जिनमें से 95,000 रुपये पिता ने भेज दिए।
बालक ने बताया कि इस पैसे में से 55,000 रुपये एटीएम से निकालकर अपने दोस्त को दे दिए थे। पुलिस ने पंतनगर स्थित मकान पर छापेमारी कर 55,000 रुपये, अपहृत बालक का मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया।
दो नाबालिग हिरासत में
पुलिस ने घटना में शामिल दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है। गया पुलिस ने यह कार्रवाई न केवल तत्परता से पूरी की, बल्कि ऑनलाइन गेम्स की लत के कारण बालकों में बढ़ रही आपराधिक प्रवृत्ति को भी उजागर किया है।
विशेष चेतावनी
यह घटना ऑनलाइन गेम्स के खतरनाक प्रभावों की ओर इशारा करती है। माता-पिता से अपील है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें।
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