गया, बिहार। गया नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में वार्ड पार्षदों ने दिया धरना। गया जिला अंतर्गत नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में तथा पूर्व उपमहापौर के बंधन से निगम की मुक्ति की मांग को लेकर विभिन्न वार्ड के वार्ड पार्षदों ने एकजुट होकर धरना प्रदर्शन किया। धरना के दौरान वार्ड पार्षदों ने पूर्व उप महापौर मोहन श्रीवास्तव के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए यह बताया कि मोहन श्रीवास्तव के द्वारा अपने कार्यकाल वर्ष 2007 से लेकर 2022 तक विकास के नाम पर अरबों रुपए का बंदरबांट किया गया है। पूर्व में खरीदी गई उपकरणों की किसी प्रकार की कोई उपयोगिता नहीं देखी जा रही है, चाहे वो शमशान घाट में लगभग पांच करोड़ की लागत से बना आधुनिक शवदाह गृह हो या ब्रह्म सरोवर तालाब में बना रंगीन म्यूजिकल झरना। आज भी शवों की अंतिम क्रिया नदी में ही की जाती है।वार्ड पार्षदों की माने तो मोहन श्रीवास्तव के द्वारा जनता के टैक्स के पैसों को पानी में बहा दिया गया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि वार्ड पार्षद पद से चुनाव हारने के बाद भी मोहन श्रीवास्तव का नगर निगम से मोह भंग नहीं हो रहा। जब जब नगर आयुक्त श्रीमती अभिलाषा शर्मा जी के द्वारा जांच प्रक्रिया शुरू की जाती है तो हरिजन एक्ट में केस दर्ज कराने की धमकी दी जाती है। आज इन्ही कारणों से गया नगर निगम का हाल बदहाल है।
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