संवाददाता : ऋषि मिश्रा
कानपुर, उ.प्र.। शासन के दमनकारी आदेश के विरोध में कानपुर प्रेस क्लब ने निकाला मौन जुलूस। विदित हो कि शासन द्वारा जारी किए गए दमनकारी आदेश से पत्रकार समाज में आक्रोश है, एवं उस आदेश के विरोध में कानपुर प्रेस क्लब के कार्यालय से भारी संख्या ने पत्रकार समूह के द्वारा तेज बारिश में पैदल मौन मार्च निकालते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया गया। पैदल जुलूस में सभी पत्रकारों ने अपने मुंह पर काली पट्टी बंधकर सिविल लाइंस स्थित पुलिस कार्यालय के बाहर जाकर शांतिपूर्वक ढंग से अपनी बातों को रखा और मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर उपस्थित प्रेस क्लब के संरक्षक सरस बाजपेई ने कहा कि यदि शासन ने पत्रकारों की मंशा के अनुरूप ये काला आदेश वापस ना लिया तो अगले चरण में वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने हेतु बाध्य होंगे। वहीं पत्रकार अवीनिश दिक्षित ने कहा कि अब देश आजाद है, और शासन द्वारा जारी आदेश पत्रकार और पत्रकारिता पर अंकुश लगाने की साजिश है, अंग्रेजी के जमाने जैसे इस फरमान को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के सजग प्रहरी है, यदि पत्रकारों से माफी नहीं मांगी जाएगी तो वे अपनी आवाज को और बुलंद करेंगे। इस अवसर पर पत्रकार शैलेश अवस्थी, मोहम्मद इरफान, सत्येंद्र बाजपेई, ज्ञानेंद्र मिश्रा, पंकज त्रिवेदी, सहित सैंकड़ों पत्रकार उपस्थित रहें।
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