गया, बिहार। दशरथ मांझी महोत्सव का हुआ उद्घाटन, पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एवं नगर विधायक प्रेम कुमार रहे उपस्थित। विदित हो कि माउंटेन मैन के नाम से मशहूर दशरथ मांझी की पत्नी 1960 में बुरी तरह घायल हो गई थीं, जिनके इलाज हेतु गेहलौर से वजीरगंज 55 किलोमीटर दूर होने के कारण उनकी पत्नी ने उनके सामने अपने प्राण त्याग दिए। इस घटना ने दशरथ मांझी को पूरी तरह झकझोर के रख दिया, उनकी अंतरात्मा भीतर से उनके मन को कचोट रही थी की यदि वो पहाड़ बीच में न होता तो आज उनकी पत्नी उनके साथ होती जिसके पश्चात उन्होंने केवल एक छेनी और हथौड़े की सहायता से 22 वर्षों में दृढ़ संकल्प के साथ उस पहाड़ के सीने को चीर कर एक सुगम्य रास्ता बना दिया था जिसका लाभ आज लाखों लोग ले रहे हैं। ऐसे महान व्यक्तित्व के 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दशरथ मांझी महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी, नगर विधायक प्रेम कुमार, सांसद जहानाबाद समेत अन्य कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया, जिसके पश्चात नवोदय विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति दी गई। मौके पर उपस्थित गया जिलाधिकारी द्वारा स्वागत भाषण के उपरांत सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत किया गया। मौके पर जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने कहा कि दशरथ मांझी जी ने अपने इस अद्भुत कार्य से न केवल गया जिला, बल्कि बिहार राज्य, तथा भारत देश को भी गौरवान्वित किया है, तथा ऐसे महान व्यक्तित्व को जन्म देने के लिए मैं गेहलौर की माटी को बारंबार नमन करता हूं। बता दें कि दशरथ मांझी की कर्मठता एवं उनके दृढ़ संकल्प की गा
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